Saturday, May 7, 2011

मातृ दिवस पर मेरी और से मेरी चार पंक्तियाँ

शाद आबाद अगर हूँ तो बदौलत उसकी
माँ ने मेरे लिए हर वक़्त दुआएं की हैं

तुने माँओं की दुआएं तो सुनी हैं मौला
आज माँ के लिए बेटे ने दुआएं  की हैं

- अशोक  मिज़ाज

No comments:

Post a Comment