हज़ार काँटों के बदले गुलाब देना पड़ा
सवाल तल्ख़ था , मीठा जवाब देना पड़ा
जो ख़ुद फ़साद के रस्ते पे चल रहा है ' मिज़ाज '
- अशोक मिज़ाज
सवाल तल्ख़ था , मीठा जवाब देना पड़ा
जो ख़ुद फ़साद के रस्ते पे चल रहा है ' मिज़ाज '
उसी को अम्नो-अमाँ का ख़िताब देना पड़ा .
- अशोक मिज़ाज
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