Tuesday, May 10, 2011

अमेरिका विरुद्ध पाकिस्तान को समर्पित चार पंक्तियाँ

हज़ार काँटों के बदले गुलाब देना पड़ा
सवाल तल्ख़ था , मीठा जवाब देना पड़ा
जो ख़ुद फ़साद के रस्ते पे चल रहा है ' मिज़ाज '
उसी को अम्नो-अमाँ का ख़िताब देना पड़ा . 

- अशोक मिज़ाज

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